श्री महाकालेश्वर की सुरक्षा 15 जून से क्रिस्टल के जिम्मे

– तमाम मुश्किलों के बीच अंतत: 400 सुरक्षाकर्मियों से साथ काम शुरू करने का मौका
– दोबारा मौका नहीं मिलने से वर्तमान में काम कर रहे गार्डों में निराशा
समाचार आज। उज्जैन
अंतत: वो दिन नजदीक आ ही गया, जब श्री महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा नई कंपनी के कांधे पर होगा। 15 जून से नई क्रिस्टल कंपनी 400 नए गार्डों के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाल लेगी।
क्रिस्टल कंपनी को काम देने का मन महाकालेश्वर मंदिर समिति के कर्ता-धर्ता टेंडर जारी करते वक्त ही बना चुके थे। कहा तो यहां तक जा रहा है कि टेंडर का डिजाइन भी नई कंपनी के मुताबिक हुआ था। इसके बाद भी कुछ शर्तें पूरी करने में क्रिस्टल कंपनी पिछड़ रही थी तो उसे उसके लिए भी मौका दिया गया। अंतत: वो दिन आ ही गया जब क्रिस्टल के गार्ड भगवान महाकालेश्वर की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
फिलहाल 400 कर्मचारी करेंगे काम
मंदिर समिति ने कम्पनी से 500 लोगों कांट्रेक्टर किया है। फिलहाल 400 सुरक्षाकर्मियों के साथ कंपनी अपना काम संभालेगी। आने वाले दिनों में इसे और भी बढ़ाया जा सकता है। महाकाल लोक का दायरा बढऩे के बाद अब महाकाल लोक, हरसिद्धि मंदिर, बड़े गणेश मंदिर, त्रिवेणी पार्किंग, भारत माता मंदिर सहित महाकाल थाने तक में कंपनी के सुरक्षागार्ड रहेंगे।
नाम बड़ा लेकिन दिल छोटा
ऐसे तो क्रिस्टल इंटीग्रेटेड कंपनी का नाम काफी बड़ा है। बताया जाता है कि कंपनी के पास फिल्म स्टार शाहरुख खान के बंगले मन्नत की सिक्यूरिटी सहित मुंबई की तुलजा भवानी मंदिर, बीएमसी, तमिलनाडु सरकारी अस्पताल, एचडीएफसी और एचएसबीएस बैंक, डी-मॉर्ट, फीनिक्स मॉल, मुम्बई एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा भी है। लेकिन कंपनी की स्थिति यह है कि वह अपने कर्मचारियों को यूनिफॉर्म तक नहीं दे पा रही है। कर्मचारियों की भर्ती के वक्त प्रत्येक कर्मचारी से यूनिफॉर्म के ढाई हजार रुपए जमा कराये हैं।
ईमानदार बाहर जायेंगे, डिफाल्टर ड्यूटी देंगे
मंदिर की सुरक्षा में फिलहाल केएसएस (कृष्णा सिक्युरिटी एंड सप्लायर्स) के सुरक्षा गार्ड तैनात है जिनकी संख्या करीब 300 के आसपास है। सूत्रों के मुताबिक मंदिर के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर केएसएस कंपनी के सुरक्षा गार्डों को नई कंपनी ने मौका नहीं दिया है। बार-बार आवेदन देने के बाद भी केएसएस कंपनी के कर्मचारी को क्रिस्टल कंपनी ने मौका नहीं दिया और नए सिरे से सुरक्षा गार्ड भर्ती किये हैं। इस कारण केएसएस कंपनी के कर्मचारियों में हताशा और निराशा का भाव देखा जा रहा है। कई कर्मचारियों का तो यहां तक कहना है कि हम लोग ईमानदारी से नौकरी कर रहे हैं इस कारण अब बाहर जायेंगे। और जो लोग विभिन्न अनियमितताओं में लिप्त पाये जाकर यहां से बाहर कर दिये गये थे, वे क्रिस्टल कंपनी में नौकरी पा चुके हैं और मंदिर में सेवाएं देंगे।
सफाई का टेंडर भी हो चुका है खत्म
वर्तमान में मंदिर की सफाई व्यवस्था और अन्य कर्मचारियों के सप्लाई का जिम्मा केएसएस कंपनी के पास है। केएसएस कंपनी के पास मुख्यत: सफाई व्यवस्था का ठेका था जो कि मार्च 2022 में ही समाप्त हो चुका है। उसके बाद से सफाई का नया टेंडर नहीं हुआ, पुरानी दरों पर ही वर्क आर्डर जारी हो रहे हैं।