उज्जैन

स्कूली बच्चों की मैजिक पलटी, ड्राइवर की मौत, 22 मासूम घायल

बच्चों को उपचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया।

समाचार आज। उज्जैन

स्कूली बच्चों से भरी मैजिक 28 मार्च को दोपहर देवासरोड पर पलटी खा गई। हादसे में 22 बच्चे घायल हो गये। चालक की मौके पर मौत हो गई।

देवासरोड पर ग्राम चंदेसरा स्थित मदरलैंड पब्लिक स्कूल में कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों को लेकर मैजिक से ड्राइवर दीपक देवड़ा घर छोडऩे के लिये निकला था। दोपहर तीन बजे करीब ग्राम धतरावदा मोड़ पर तेज रफ्तार के कारण मैजिक पेड़ से टकराकर सडक़ से उतरकर पलटी खा गई। दुर्घटना में सभी बच्चे घायल हो गये और चालक दीपक की दबने से मौत हो गई। बच्चों को उपचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया। कुछ देर में ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बच्चे दर्द से तडफ़ रहे थे। जिन्हे देख परिजनों के आंसू निकल पड़े। अस्पताल स्टॉफ पूरी तरह से मुस्तैद था। बच्चों को उपचार के लिये वार्डो में भर्ती किया गया। हड्डी से जुड़े चिकित्सक, आंखों के चिकित्सक, सर्जन सहित सभी स्पेलिस्ट डॉक्टरों की टीम उपचार में लग गई। 2 बच्चों को गंभीर चोंट होने पर उन्हे ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। लेकिन उनकी हालत भी खतरे से बाहर बताई जा रही थी।

जिला अस्पताल में भर्ती 22 बच्चों में 7 से 14 वर्ष के थे। जो पहली कक्षा से 10 वीं तक के है। सभी विक्रमनगर, गांधीनगर और हीरामिल क्षेत्र के रहने वाले है। अधिकांश बच्चे आपस में भाई-बहन है। जो एक ही मैजिक में प्रतिदिन स्कूल आना-जाना करते थे। मैजिक विक्रमनगर में रहने वाले पटेल की बताई गई है। चालक दीपक पिता छगनलाल देवड़ा (24) नागझिरी का निवासी था। जिसका शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।

दुर्घटना की जानकारी लगते ही एडीएम संतोष टैगोर जिला अस्पताल पहुंच गये थे। कलेक्टर आशीषसिंह और एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल भी अस्पताल पहुंचे और बच्चों के साथ परिजनों से चर्चा की। कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा, सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा और आरएमओ डॉ. जितेन्द्र शर्मा को बेहतर उपचार के निर्देश दिये। अस्पताल स्टॉफ भी बच्चों को घायल देख उनके उपचार और देखरेख में लग गया था।

मैजिक में 22 से अधिक बच्चों के भरे होने और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी को लेकर कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी किये है। स्कूल की प्रिसिंपल आरती का कहना था कि मैजिक अटैच है। बच्चों को लेने दूसरा चालक आता था। परीक्षा होने और जल्दी छुट्टी होने पर आज दूसरा ड्रायवर आया था।

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