महाकाल मंदिर: भारी भीड़ के कारण गर्भगृह में दबे दर्शनार्थी

1500 का टिकट लेकर दर्शन करने पहुंचे लोगों में चले लात-घूंसे
उज्जैन, समाचार आज। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में सोमवार सुबह दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ने से अफरा-तफरी मच गई। हालात यह हो गए कि भीड़ में कई श्रद्धालु दब गए हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। हालात से घबराकर कई महिलाएं और बच्चे रो पड़े।
सोमवार होने से मंदिर में बड़ी संख्या में सुबह से ही भक्त बाबा महाकाल के दर्शन को पहुंचे थे। सामान्य दर्शनार्थियों के अलावा 1500 रुपए विशेष दर्शन टिकट लेकर आए श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में मंदिर के सभामंडप में स्थित चांदी गेट पर पहुंच गए। चांदी गेट पर लगातार भीड़ बढ़ती गई। हालात ऐसे थे कि दर्शन करने वालों की लाइन चांदी गेट से राम मंदिर के पास स्थित रैंप तक पहुंच गई। भीड़ से सभामंडप ठसाठस भर गया। भीड़ बढ़ने केकाऱण कई बच्चे और महिलाएं दब गईं। कई महिलाओं ने तो दबने के कारण रोना शुरू कर दिया था।
पहले दर्शन पाने के लिए चले लात-घूंसे
भीड़ का दबाव इतना अधिक था कि चांदी गेट निरीक्षक और वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मी अपने को असहाय पा रहे थे। मंदिर के अन्य कर्मचारियों को भी वहां पर सेवा देने के लिए बुला लिया गया था। लेकिन दर्शनार्थी पहले पहले दर्शन पाने की होड़ में दो बार आपस में झगड़ पड़े। एक बार श्रद्धालुओं में चांदी गेट के पास तो दूसरी बार राम मंदिर के पास लात घूंसे चले।
बेरिकेड भी गिरने की हालत में पहुंचा
चांदी गेट में प्रवेश से दर्शनार्थियों के टिकट चेक करने के लिए स्टील का बेरिकेड लगा था। भीड़ के धक्के के कारण यह बेरिकेड कई बार गिरने की हालत में पहुंच गया। वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मी ने बेरिकेड को गिरने से कई बार बचाया। माना जा रहा है कि यदि बेरिकेड गिर जाता तो हादसा हो सकता था।
बड़ा सवाल
चांदी गेट निरीक्षक राकेश श्रीवास्तव ने भीड़ की स्थिति को देखते हुए सुबह 6.30 बजे विशेष दर्शन टिकट सत्कार शाखा में बैठी अनिता शर्मा को कहकर बंद करवा दिए थे। उसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कैसे पहुंच गए?
इनका कहना
भीड़ बढ़ने की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। सुबह 6.30 बजे टिकट बंद करवा दिए थे। इसके बाद भी बड़ी संख्या में दर्शनार्थी रसीद लेकर कहां से आए यह आश्चर्य की बात है। इसकी जांच की जाएगी।
– गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक, महाकालेश्वर मंदिर समिति