विक्रम के पूर्व छात्रों ने शोध नैतिकता और बौद्धिक संपदा अधिकार पर किया मंथन

विश्वविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता विश्वसनीयता सेल के माध्यम से वेब लेक्चर सीरीज का आयोजन
उज्जैन, जनचर्चा। विक्रम विश्वविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता विश्वसनियता सेल (क्वालिटी एश्योरेंस सेल) ने 12 अक्टूबर 2021 को पूर्व छात्रों की वेब लेक्चर सीरिज का आयोजन किया गया। जिसमें शोध नैतिकता (रिसर्च एथिक्स) व बौद्धिक संपदा अधिकार (इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट- IPR) पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ उमा शर्मा ने बताया कि आयोजन के प्रमुख अध्यक्ष प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडे ( कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन) ने वैदिक संस्कृति की अनेक तकनीकियों के प्रयोग तथा बासमती चावल और हल्दी के पेटेंट पर जानकारी देते हुए रिसर्च एथिक्स के बारे में जानकारी प्रदान की।
सह संरक्षक (IQAC, Vikram University) प्रोफेसर प्रमोद कुमार वर्मा ने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स तथा रिसर्च एथिक्स के बारे अनेक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की l
वेबीनार में मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल की डॉ विनीता महिंद्रा ने ‘बौद्धिक संपदा अधिकार की अवधारणा और अवलोकन: अपने अधिकार जाने’ विषय पर अपना महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया।
विश्वविद्यालय की सांख्यिकी अध्ययन शाला के प्रोफेसर एचपी सिंह ने रिसर्च एथिक्स और आईपीआर के बारे में अनेक जानकारी प्रदान की l दूसरी वक्ता के रूप में सीएसआईआर AMPRI भोपाल की प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर दीप्ति मिश्रा ने शोध नैतिकता पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया। दोनों व्याख्यान से अनेक शोधार्थी लाभान्वित हुएl प्रश्न उत्तर सत्र भी हुआ l
आरंभ में स्वागत भाषण कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर डॉ. उमा शर्मा ने दिया। संचालन प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययन शाला की डॉ अंजना सिंह द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन अंग्रेजी अध्ययन शाला के प्रोफेसर बीके आंजना जी द्वारा व्यक्त किया गया