
mdma-in-ujjain : एमडीएमए यानी (3-4 मेथिलीनडाइऑक्सीमेथामफेटामाइन) एक सिंथेटिक, साइकोएक्टिव दवा है। यूं ताे इसे मनोरोगियों के इलाज में उपयोग किया जाता है लेकिन महानगरों में शुरू हुई रेव पार्टी में अब यह युवाओं का पसंदीदा नशा बन चुकी है। क्योंकि यह तीन से चार घंटे तक काम उत्तेजना को बढ़ाता है।
MDMA को उज्जैन में पुलिस ने पकड़ा है। 8 अप्रैल 2024 को पुलिस ने शहर में चल रहे नशीले कारोबार के आरोपियों को पकड़ने की जानकारी दी। एक मामला MDMA के पकड़े जाने का है तो दूसरा ब्राउन शुगर का।
इस तरह पकड़ी गई MDMA
पुलिस ने बताया क 07 अप्रैल मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई की सफेद रंग की एक हुंडई कार MP-13-CE-3785 में एक व्यक्ति अवैध मादक पदार्थ MDMA ड्रग को बेचने की फिराक में राजीव नगर स्थित खाली ग्राउण्ड में खड़ा है। मुखबिर की सूचना से तत्काल अधिकारियों को अवगत कराया जाकर उक्त स्थान पर घेराबंदी कर दबीश दी गई। पुलिस द्वारा चार पहिया वाहन हुंडई अल्काजर कार में बैठे व्यक्ति को पकड़ा। उसने अपना नाम शमशीर मुल्तानी पिता मो. सादिक निवासी ए-92 मोहन नगर थाना चिमनगंज मंडी उज्जैन का निवासी होना बताया। पुलिस ने उसके कब्जे से सफेद रंग के पदार्थ MDMA ड्रग कुल वजन 307 ग्राम, दो मोबाईल फोन तथा कार को जब्त किया गया। MDMA ड्रग की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 36 लाख रुपये व कार की कीमत 20 लाख रुपये है।
एक माह पहले खरीदी थी, धीरे-धीरे खपा रहा था
पुलिस को आरोपी शमशीर ने पुछताछ पर बताया कि करीब एक माह वो मुंबई से वह ड्रग खरीदरकर लाया था। उसके बाद ही उसने कार खरीदी थी। अब वह MDMA ड्रग्स खपाना चाहता था। ऊंचे दामो पर उज्जैन शहर व आसपास के जिलो में नशा करने वालो को MDMA सप्लाई करने की फिराक में था।
कौन है MDMA के खरीददार
सूत्रों के मुताबिक MDMA ड्रग के खरीददार अधिकतर युवा हैं और खासकर वे युवा जो उज्जैन में पढ़ाई के लिए रह रहे हैं। चूंकि यहां मेडिकल कॉलेज, आयुर्वेदिक कॉलेज में धनाढ्य वर्ग के युवा भी रह रहे हैं जो महानगरों की तर्ज पर वीकेंड पर रेव पार्टी का आनंद उठाना चाहते हैं। इसके लिए वे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के आसपास सुनसान कॉलोनियों में आसानी से मिलने वाले फ्लैट, मकान लेते हैं। स्टूडेंट के रूप में मकान लेकर यहां ये युवा पार्टी के बहाने जमा होते हैं तो नशे का खुलकर उपयोग करते हैं। चूंकि इन कॉलोनियों में चहल-पहल नहीं होती है, इस कारण इन पार्टियों की जानकारी भी ज्यादा लोगों को नहीं लग पाती। इन्हीं लोगों पर नशा कारोबारियों की नजर होती है और MDMA भी यहां सप्लाई किया जाता है।
MDMA युवाओं को क्यों पसंद है, जानेंगे तो चौंक जायेंगे
एमडीएमए एक अवैध दवा है जो उत्तेजक और साइकेडेलिक दोनों के रूप में कार्य करती है। एक ऊर्जावान प्रभाव पैदा करती है। हमारे दिमाग में हाइपोथैलेमस नामक इलाका होता है जो भूख, प्यास, प्यार , मोहब्बत, कामोत्तेजना को कंट्रोल करता है। रईसों और अय्याशों द्वारा आयोजित रेव पार्टीज में MDMA एक ड्रग की तरह इस्तेमाल होता है। वैसे तो इस दवा की खोज चिकित्सा विज्ञान ने मानव हित के लिए किया था लेकिन 1980 से इसका उपयोग रेव पार्टीज में किया जा रहा है । इस दवा को खाने वाला किसी के लेकर बेहद भावुक और संवेदनशील हो जाता है। इसी का फायदा उठाकर लोग यौन संबंध बनाते हैं। एमएडीएमए दिमाग के हाइपोथैलेमस पर प्रभाव डालकर इंसान को भूख प्यास से रहित बना देता है। इसको लेने वाला 5/6 घंटों तक कामोत्तेजना से भरा रहता है और संगीत सुनकर बहुत भावुक हो जाता है। यह दवा इतनी ज्यादा ऊर्जा से भर देती है कि नर हो या नारी वह कई लोगों से संबंध बनाने लगता है जो कि रेव पार्टीज का मुख्य उद्देश्य है। पावडर या गोली के रूप में यह मिलती है। गोली मुंह में दबा ली जाती है और पावडर को सूंघकर इस्तेमाल किया जाता है। कुल मिलाकर यह बहुत ही खतरनाक ड्रग्स है। मानसिक रोगी के इलाज के लिए खोजी गई यह दवा मानसिक रोगी को तो आराम पहुंचाती है लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति इसके सेवन से सिर्फ मौत के मुंह में ही जाता है। क्योंकि जब इसका नशा उतरता है तो अच्छा-खासा स्वस्थ व्यक्ति खतरनाक स्तर के डिप्रेशन में पहुंचता है, ऐसे में कई बार आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने की स्थिति भी बनती है।

उज्जैन में स्मैक सप्लायरों को भी पुलिस ने पकड़ा
उज्जैन पुलिस ने शहर से स्मैक सप्लायरों को भी पकड़ा है। 7अप्रैल को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीन व्यक्ति कानीपुरा शासकीय मल्टी के पास मादक पदार्थ ब्राउन शुगर (स्मैक) बेचने के लिये आने वाले है। पुलिस ने उक्त स्थान पर घेराबंदी की मौका मिलते ही कानीपुरा मल्टी के पास से तीन व्यक्तियो को ब्राउन शुगर के साथ धरदबोचा। आरोपियों ने अपना नाम दीपक निवासी मोहन नगर हाल निवासी तिरुपति धाम एक्सटेंशन थाना चिमनगंज मंडी, विवेक महेश्वरी पिता सुनील निवासी 1178 नंदा नगर इंदौर एवं चेतन शर्मा पिता देवीशंकर निवासी अमृत पैलेस निपानिया इंदौर का होना बताया। आरोपियों के कब्जे से कुल 36 ग्राम ब्राउन शुगर (स्मैक) व तीन मोबाइल फ़ोन जब्त कर कब्जे में लिये गये। जिसकीअंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 04 लाख रुपये है। आरोपीगण आस पास के क्षेत्र व शहर के अन्य हिस्सो में उक्त ड्रग्स के टोकन बनाकर नशा करने वालो को विक्रय करता थे। आरोपी दीपक के विरुद्ध विभिन्न थानो में पूर्व सें कुल 42 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध है। जिसमें हत्या का प्रयास, झगड़ा, मारपीट, तोड़फोड़ व एन.डी.पी.एस एक्ट के प्रकरण मुख्य है। यह पूर्व में जिलाबदर भी किया जा चुका है।