रतलाम स्टेशन से जल्दी दूर होगी गंदगी-पार्किंग की समस्या

स्टेशन सलाहकार समिति की बैठक में सदस्यों ने दिखाया अव्यवस्थाओं का आइना, रेलवे ने कमियां स्वीकारी और निराकरण का आश्वासन दिया

समाचार आज। हरिओम राय
रतलाम रेलवे स्टेशन पर व्याप्त गंदगी और पार्किंग की समस्या का हल शीघ्र ही हो जाएगा। कोरोना काल में स्टेशन सफाई व्यवस्था से हटाए गए सफाई कर्मचारियों को रेलवे जल्दी ही बढ़ाने वाली है। वहीं पार्किंग में व्याप्त अव्यवस्था दूर करने के लिए भी सुरक्षा बल की स्थाई तैनाती होगी।
यह आश्वासन रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने 16 अगस्त मंगलवार को रतलाम स्टेशन पर हुई स्टेशन सलाहकार समिति की बैठक में दिया है। बैठक में सदस्यों ने स्टेशन परिसर में व्याप्त गंदगी सहित कई समस्याओं को प्रमुखता से उठाया।
बैठक में समिति के सदस्य सर्वश्री अभय जैन (वरिष्ठ भाजपा नेता), नीतेश अग्रवाल, राकेश मिश्रा, सौरभ भंडारी, खुशाल गांधी, गोविंद मालपानी आदि मौजूद थे। वरिष्ठ सदस्य अभय जैन ने बताया कि लंबे समय बाद हुई बैठक में यात्री सुविधाओं से संबंधित सवाल उठाए और वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक मनोज वर्मा ने उनके समाधान के बारे में सदस्यों को आश्वस्त किया। स्टेशन अधीक्षक व अन्य रेलवे के जिम्मेदार कर्मचारी भी मौजूद थे।
जानिए बैठक में उठे जनहित के मुद्दे और उनका समाधान
-प्लेटफॉर्म क्रमांक 2 पर टिकट खिड़की कम खुलती हैं। रिजर्वेशन काउंटर पर टोकन सिस्टम बंद है। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है।
समाधान- रिजर्वेशन काउंटर पर जल्दी ही ऐसी मशीन शुरू हो रही है जिसमें मोबाइल पर ओटीपी के जरिए टोकन मिलेगा, प्लेटफॉर्म 2 पर ऑटो टिकट वेंडर लग रही है जो ऑनलाइन भुगतान प्राप्त कर टिकट जारी करेगी। ऐसे में विंडों पर भीड़ की समस्या हल होगी।
-रतलाम स्टेशन मुंबई-दिल्ली रूट का बड़ा स्टेशन है। यहाँ सफाई व्यवस्था एक नम्बर होनी चाहिए। लेकिन स्टेशन पर जगह जगह कचरा पड़ा होना आम बात है। साथ ही पटरियों के पास ट्रेक पर भी बहुत ज्यादा गंदगी व कचरा पड़ा होता है। जिसकी बदबू से ट्रेन के इंतजार में खड़े यात्रियों को परेशानी होती है।
समाधान- रतलाम स्टेशन पर पहले करीब 75 से अधिक सफाई कर्मचारी कार्यरत रहते थे। लेकिन कोविडकाल में ट्रेने बंद होने के कारण कटौती कर सिर्फ 25 कर्मचारी ही रखे थे। अब जल्दी ही कर्मचारी पुन: बढ़ाकर पूर्ववत किये जा रहे हैं।
-स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। जहाँ जीआरपी पुलिस की व्यवस्था ट्रेनों के आने जाने के समय होनी चाहिए वो नहीं दिखाई देती। जिससे रिक्शा, मैजिक गाड़ियां यहां-वहां मर्जी हो खड़ी हो जाती है। जिससे आम जनता को आने-जाने में परेशानी होती है। मुख्य रूप से 2 नम्बर प्लेटफॉर्म के बाहर तो अफरा-तफरी का माहोल रहता है। रिक्शा, मैजिक से जो स्टैंड शुल्क वसूला जाता है उस शुल्क की समय अवधि 24 घंटे की जाय।
समाधान- जल्दी ही सुरक्षा जवान मौके पर लगाएंगे, समस्या होने पर यात्री शिकायत करें, तुरंत निदान होगा।
-चार नम्बर प्लेटफार्म पर मालगोदाम की तरफ जो लिफ्ट लगाई गयी हे उसके आस पास मोरम डलवाई जाय वहां कीचड़ से आम जनता को निजात मिले जब तक कोई दूसरी व्यवस्था ना हो | पार्सल स्थल पर जाने के रास्ते में बहुत गन्दगी फैली है वहां सफाई कराई जाय।
समाधान- मालगोदाम की ओर निर्माण पूरा होने के बाद समस्या का हल हो जाएगा।
– ट्रेनों के रतलाम स्टेशन पर आने पर जो सूचनाये जैसे प्लेटफोर्म नम्बर व कोच आदि की जानकारी सही प्रदर्शित सूचना बोर्ड पर नहीं होती। इसके टिवट भी जनता द्वारा रेल मंत्री को किये गए हैं, पर सुधार नहीं हुआ है | अंतिम समय में ट्रेनों के प्लेटफोर्म परिवर्तन की सूचना रेलवे व्दारा नहीं दी जाती है। मोदी सरकार व्दारा जनहित में अनेक सुविधाए रेलवे स्टेशन पर दी जा रही है जैसे एस्केलेटर, लिफ्ट, पंखे, वेटिंग रूम रतलाम स्टेशन पर उपलब्ध है इन सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त रखना आवश्यक है। ये सुविधाएं ट्रेनों के समय पर बंद नहीं होनी चाहिए इसका विशेष ध्यान रखा जाय | हर 2 माह में सलाहाकार समिति की बैठक अनिवार्य रूप से बुलाई जानी चाहिए ताकि सदस्यों व्दारा जो सुझाव दिए जाते हे उन पर कितना काम हुआ इसकीजानकारी मिल सके |
समाधान- यात्री सुविधा के लिए रेलवे हर स्तर पर बेतहर करने के लिए प्रयासरत है।