जिले में 9 अरब का गेहूं खरीदेगी सरकार, फिर भी एक-चौथाई ही हाथ लगेगा

समाचार आज
उज्जैन जिले में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेंहू की खरीदी की शुरुआत हो जाएगी। अगले 45 दिन में जिले के 1 लाख से ज्यादा किसानों से 45 लाख क्विंटल गेंहू खरीदने का शुरुआती लक्ष्य तय किया गया है। गेंहू उपार्जन के बदले में किसानों को 9 अरब 11 करोड़ रुपयों का भुगतान होगा। जिले में उत्पादित हुए कुल गेंहू का लगभग एक चौथाई भाग सरकारी खरीदी में जाएगा। बड़े पैमाने पर गेंहू उपार्जन की तैयारियां देखने के लिए रविवार को केंद्र सरकार के खाद्य सचिव भी जिले में पहुंचे।

केंद्रीय खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई, कलेक्टर आशीष सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ राघोपिपल्या गांव के गेंहू उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया। पांडे और किदवई ने इसी गांव की सहकारी उचित मूल्य पर भी निरीक्षण किया और इस दौरान राशन खरीदने पहुंचे आम लोगों से भी बात की। केंद्रीय खाद्य सचिव 5 दिन के मध्यप्रदेश के दौरे पर है। रविवार सुबह वे इंदौर का निरीक्षण करने के उपरांत उज्जैन आए थे और निरीक्षण उपरांत यहां से देवास के लिए रवाना हो गए। केंद्रीय खाद्य सचिव ने राघोपिपल्या के बाद मक्सीरोड़ स्थित सरकारी गोदाम पर पहुंचकर भंडारित गेंहू की स्थिति की भी जांच की।
जिले में गेहूं उत्पादन और खरीदी की स्थिति
- उज्जैन जिले में 4 लाख 60 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बुवाई का लक्ष्य था। 4 लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेंहू और करीब 19 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में चना बोया गया था। शेष 28 हजार हेक्टेयर रकबा उद्यानिकी फसलों का है।
- गेंहू का औसत उत्पादन 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रहा है, अब तक 60 प्रतिशत भू-भाग में कटाई का काम पूरा भी हो चुका है। औसत के आधार पर अनुमान है कि जिले में करीब 2 करोड़ 65 हजार क्विंटल गेंहू का उत्पादन हुआ है।
- गेंहू की इस बंपर आवक का एक चौथाई भाग यानि लगभग 45 लाख क्विंटल गेंहू सरकार द्वारा खरीदा जाना है। इसके लिए प्रति क्विंटल 2 हजार 15 रूपए का भुगतान होगा। यह रकम 9 अरब 11 करोड़ रूपए के लगभग है।
- जिले में 172 स्थानों पर सरकारी तोल केंद्र बनाए गए है, अब तक 1 लाख 5 हजार किसान समर्थन मूल्य पर गेंहू बेचने के लिए पंजीयन करा चुके है।