
गुरुपूर्णिमा पर श्रीकृष्ण-बलराम-सुदामा की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में होगा बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार
समाचार आज @ उज्जैन
आपका बच्चा पहली बार स्कूल जा रहा है या यूं कहें कि अपना विद्यार्थी जीीवन प्रारंभ कर रहा है तो उसे पहले उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में लाकर विद्यारंभ संस्कार दिलाना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण-बलराम-सुदामा की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में 3 जुलाई को गुरुपूर्णिमा महोत्सव मनाया जाएगा। महोत्सव का शुभारंभ गंगा, गोमती व प्रयागराज के जल से भगवान श्रीकृष्ण व सांदीपनि मुनि की प्रतिमा के अभिषेक से होगा। मोगरे के फूलों की लड़ियों से शृंगार किया जाएगा। विश्वशांति के लिए हवन होगा। पश्चात दिनभर देशभर से आने वाले बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार संपन्न कराया जाएगा।
सबसे पहले लिखवाते हैं श्री गणेशाय नम:, श्री सरस्वतयैय नम: व श्री गुरुवे नम:
सांदीपनि वंशज पुजारी पं.रूपम व्यास ने बताया सांदीपनि आश्रम में बीते पांच हजार सालों से गुरु शिष्य परंपरा चली आ रही है। भगवान श्रीकृष्ण अपने बड़े भाई बलरामजी के साथ जब यहां शिक्षा ग्रहण करने आए थे। गुरुदेव मुनिश्रेष्ठ सांदीपनि ने पाटी पूजन कराकर उनका भी विद्या आरंभ संस्कार कराया था। भगवान ने सबसे पहले श्री गणेशाय नम:, श्री सरस्वतयैय नम: व श्री गुरुवे नम: लिखकर विद्या की शुरुआत की थी।

देशभर से आते हैं विद्या आरंभ संस्कार कराने
आज भी गुरु पूर्णिमा के दिन आश्रम में पहली बार शिक्षा आरंभ करने वाले छोटे बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार कराया जाता है। मान्यता है सांदीपनि परंपरा से विद्या आरंभ संस्कार कर पठन पाठन की शुरुआत करने वाले विद्यार्थी मेधावी होते हैं। इसी मान्यता के चलते गुरु पूर्णिमा पर देशभर से माता पिता यहां अपने बच्चों का विद्या आरंभ संस्कार कराने आते हैं।