सावन तक बहुत बदल जायेगा महाकाल परिसर

4 मई 2023 से एक महीने के लिए बदल जायेगी आम दर्शनाथियों की प्रवेश व्यवस्था
समाचार आज । उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर सावन के पहले एक नए स्वरूप में नजर आयेगा। मंदिर में चल रहे कामकाज में तेजी लाने के लिए दर्शन व्यवस्था गुरुवार 4 मई 2023 से एक महीने के लिए बदल रही है। नई व्यवस्था के तहत दर्शनार्थी न्यू वेटिंग हाल के जरिए श्री महाकालेश्वर परिसर में पहुंचेगे और वहां निर्गम द्वार रैंप से होते हुए नंदी हाल तक पहुंचेगा। यह व्यवस्था मंदिर में बनाई जा रही नई टनल के पूरा होने तक करीब एक महीने रहेगी। टनल का काम पूरा करने के लिए निर्माण कर्ता एजेंसी को एक महीने का समय दिया गया है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में नई व्यवस्था के तहत दर्शनार्थियों को मानसरोवर से प्रवेश देकर फैसेलिटी वन से नवनिर्मित वैटिंग हॉल के नीचे से महाकालेश्वर परिसर में लाकर निर्गम रैंप से प्रवेश कर नंदी हाल तक लाकर बेरिकेट्स से दर्शन के बाद सीढ़ियों से मंदिर के पीछे स्थित निर्गम गेट की ओर निकालने की योजना है।
ढाई करोड़ की लागत से बन रही टनल
मंदिर परिसर में इन दिनों एक अंडरग्राउंड कॉरिडोर का निर्माण शुरू किया जा रहा है। यह अंडरग्राउंड कॉरिडोर कार्तिकेय मंडपम तक पहुंचेगा। यहां आकर मिलने के बाद मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिए सहजता से दर्शन करने की व्यवस्था हो जाएगी। अधिकारियों के अनुसार यूडीए के माध्यम से करीब ढाई करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली अंडरग्राउंड कॉरिडोर की लंबाई करीब 45 मीटर अंडरग्राउंड होकर करीब 20 फीट चौड़ी होगी। जमीन से ऊपर करीब 40 मीटर लंबाई रहेगी। मई माह अंत तक छत डालने का टारगेट रखा गया है। अंडरग्राउंड कॉरिडोर के निर्माण के बाद मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालु एक साथ करीब 8-8 की कतार में दर्शन कर सकेंगे।
सावन के पहले यह बदल जायेगा मंदिर में
- दर्शन के लिए न्यू वेटिंग रूम भव्य रूप में मार्बल लगकर तैयार हो जायेंगे।
- महाकाल मंदिर के सामने रोड चौड़ी हो जायेगी।
- बड़ा गणेश क्षेत्र विकसित हो जायेगा।
- नया प्रवचन हाल, शिखर दर्शन पाइंट तैयार हो जायेंगे।
- मंदिर के अंदर दर्शन के लिए टनल तैयार हो जायेगी, जिसमें से तेजी से दर्शन होंगे।
- नंदी हाल भी नए स्वरूप में नजर आयेगा।