महाकाल महालोक में एक और मूर्ति टूटी, तेज हवा नहीं सह सकी
महाकाल महालोक में दो साल में मूर्ति टूटने का दूसरा मामला, क्षतिग्रस्त मूर्ति को जिम्मेदारों ने पर्दे से ढंका

उज्जैन के श्री महाकाल महालोक के एक बार फिर तेज हवा में मूर्ति क्षतिग्रस्त होने का मामला सामने आया है। जिम्मेदारों ने इसे छिपाने के लिये कपड़े से ढांक दिया और आसपास बेरिकेट्स लगा दिये हैं ताकि दर्शनार्थी उसके नजदीक नहीं पहुंच सकें।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में बने श्री महाकाल महालोक के धनुष द्वार के सामने दूसरी मूर्ति टूटने की घटना हुई है। द्वार के सामने लगी भगवान शिव की त्रिपुरासुर संहार की प्रतिमा तेज हवा में क्षतिग्रस्त हो गई। शुक्रवार 6 जून 2025 की शाम को उज्जैन में तेज हवाएं चली थी। उसी दिन शहर में मधुमक्खी के काटने और पेड़ गिरने की अन्य घटनाएं भी हुई थी। उसी दिन त्रिपुरासुर संहार की प्रतिमा भी तेज हवाओं में क्षतिग्रस्त हुई थी। सूचना मिलने के बाद जिम्मेदारों ने रातों रात प्रतिमा को पर्दा लगाकर ढक दिया गया है। वहीं प्रतिमा के आस-पास बेरिकेड्स लगाकर लोगों के जाने पर रोक लगा दी है।
फुड जोन के सामने लगी है त्रिपुरासुर संहार की बड़ी प्रतिमा
श्री महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल महालोक के धनुष द्वार प्रवेश मार्ग के सामने फूड जोन के समीप भगवान शिव की त्रिपुरासुर संहार की बड़ी प्रतिमा लगी हुई है। जिसमें भगवान शिव रथ पर सवार होकर धनुष हाथ में लेकर असुर का वध करते हुए दर्शया गया है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार 6 जून 2025 को तेज हवा चलने के कारण मूर्ति के रथ में लगा छत्र और मूर्ति का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसकी जानकारी मंदिर के कंट्रोल रूम को मिली थी। इसके बाद मंदिर प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ मूर्ति को पर्दा लगाकर ढंक दिया गया। प्रतिमा के आस-पास बेरिकेड्स लगाकर किसी को जाने नही दिया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी द्वारा किया जा रहा है प्रतिमाओं का रखरखाव
महाकाल महालोक में लगी प्रतिमाओं का रखरखाव स्मार्ट सिटी के माध्यम से किया जाता है। इधर प्रतिमा को ढंके हुए चार दिन होने के बाद भी सुधार नही किया गया। मौके पर मौजूद स्मार्ट सिटी के तकनीकी जानकारों का कहना है कि प्रतिमाओं का मेंटेनेंस कराया जा रहा है। कार्य पूर्ण होने पर पर्दा हटा देंगे। वहीं मंदिर समिति सूत्रों का कहना है कि प्रतिमा का मेंटेनेंस चल रहा है इस कारण उसे पर्दे से ढांका गया है।
यह भी पढ़ें –
महाकाल महालोक में मनमानी का कच्चा चिट्ठा
महाकाल लोक में मनमानी का कच्चा चिट्ठा- 02
सप्त ऋषि की प्रतिमाएं भी उड़ चुकी हैं तेज हवा में, दो साल में यह दूसरी घटना
श्री महाकाल महालोक में लगी सप्तऋषि की सात प्रतिमाओं में छह प्रतिमाएं दो साल पहले 29 मई 2023 को तेज हवा में उड़ चुकी हैं। फाइबर रीइन्फोर्स प्लास्टिक से बनी ये मूर्तियां भीतर से खोखली थी। मूर्तियों के गिरने के बाद उनकी गुणवत्ता पर तमाम सवाल उठाए थे। मूर्तियों के गिरने के बाद तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नए सिरे से सप्त ऋषि की मूर्ति बनाने के निर्देश दिए थे। तीन महीने बाद अगस्त 2023 में एक बार फिर नई मूर्तियां लगाई गई। शिवराज सरकार बदलते ही नए सीएम डॉ. मोहन यादव ने यहां पत्थर की मूर्तियां लगाने का आदेश दिया था। अब तेज हवाओं में एक और मूर्ति के क्षतिग्रस्त होने से मूर्तियों की मजबूती पर सवाल खड़े हो रहे हैं।