
श्री महाकालेश्वर में सावन महोत्सव की आठवीं प्रस्तुति 26 अगस्त को
समाचार आज @ उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्जैन के आयोजन 18 वे अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2023 शिव संभवम के आठवें शनिवार 26 अगस्त को नियोजित शास्त्रीय गायन और नृत्य की रसवर्षा से नटराज श्री महाकालेश्वर की आराधना होगी।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित 18 वें अखिल भारतीय श्रावण महोत्संव के आठवें शनिवार को 26 अगस्त को शाम 7 बजे मंदिर के समीप स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागृह, जयसिंहपुरा में सुश्री रसिका गावड़े के शास्त्रीय गायन, पं. रोनू मजुमदार के बाँसुरी वादन व सुश्री दीक्षा सोनवलकर के कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी |
कलाकारों का परिचय
सुश्री रसिका गावड़े – आपने अल्पायु से ही संगीत की विधिवत शिक्षा ग्रहण की | प्रारंभ में डॉ. रागेश्री पुरंदरे, तत्पश्चात विश्वनाथ गवांदे एवं पंडित सुनील मसुरकर से ग्वालियर घराने की गायकी सीखना आरंभ किया | आपने देश के कई प्रतिष्ठित समारोह में अपनी प्रस्तुतियां दी है, जिनमें तानसेन संगीत समारोह, बाबा अलाउद्दीन खाँ संगीत समारोह, अखिल भारतीय शनि जयंती संगीत समारोह, विष्णु नारायण भातखंडे स्मृति संगीत समारोह प्रमुख है | आप ख्याल गायकी के साथ ही, उप-शास्त्रीय संगीत, गज़ल, मराठी अभंग, नाट्यगीत पर भी समान अधिकार रखती हैं |
पं. रोनू मजूमदार – विश्व प्रसिद्ध बाँसुरी वादक पं.रोनू मजूमदार का नाम किसी भी परिचय का मोहताज नहीं है, लगभग चार दशकों से बाँसुरी वादन को ही अपनी पूजा, अपना कर्म ,अपना धर्म अपना मंदिर मानने वाले पं.रोनू मजूमदार की अनूठी शैली का समूचा विश्व क़ायल है | आपको अनेक गौरवशाली पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है जिसमें ऑल इंडिया रेडियो पुरस्कार 1981, आदित्य विक्रम बिड़ला पुरस्कार 1996, राष्ट्रीय कुमार गन्धर्व पुरस्कार 2006, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार 2014-15, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फड़नवीस के करकमलों से नवभारत टाइम्स द्वारा, जीवन गौरव पुरस्कार प्राप्त हुआ।
दीक्षा सोनवलकर- कथक नृत्यांगना दीक्षा सोनवलकर नृत्य गुरु श्रीमती पद्मजा रघुवंशी एवं श्रीमती प्रतिभा रघुवंशी एलची से कथक नृत्य का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं एवं साथ ही आपने वरिष्ठ कथक गुरु पंडित राजेन्द्र गंगानी की कार्यशालाओं में भाग लेकर नृत्य की बारीकियाँ और गुर सीखे। आपने कोलम्बो और स्पेन के कलचरल ओलम्पियाड में भाग लेकर रजत पदक भी हासिल किया है | आपने राजा मानसिंह तोमर यूनिवर्सिटी से विषारद किया है और कई राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुति दी है।