किसान नेता डीपी ने कमलनाथ तक भी पहुंचा ही दी किसानों की मांग

जनाक्रोश आमसभा में अचानक प्रकट हुए डीपी धाकड़, लहसुन की माला के जरिए पहुंचाई किसानों की बात
समाचार आज। रतलाम
महंगाई के खिलाफ जनाक्रोश रैली संबोधित करने आए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ तक किसान नेता डीपी धाकड़ ने अंतत: किसानों की बात पहुंचा ही दी।
मप्र कांग्रेस पंचायती राज के प्रदेश अध्यक्ष व किसान नेता डीपी धाकड़ (जिला पंचायत उपाध्यक्ष) इन दिनों सांवलिया सेठ की धार्मिक यात्रा पर हैं। शुक्रवार को वे यात्रा के बीच से समय निकाल कर कमलनाथ की सभा में पहुंचे। जहां किसान लहसुन के कम भाव मिलने की बात कमलनाथ तक पहुंचाना चाहते थे। लेकिन उन्हें आगे आने नहीं दिया जा रहा था। अचानक डीपी धाकड़ के कार्यक्रम स्थल की मौजूदगी से किसानों की बांछे खिल गई। बाद में डीपी धाकड़ ने लहसुन की माला के जरिए कमलनाथ तक किसानों की आवाज पहुंचाई और कहा कि मात्र तीन रुपए किलो का भाव किसानों को मिल रहा है। उनके इस अंदाज से कमलनाथ भी खुश हो गए और किसानों को आश्वस्त किया कि वे सरकार का ध्यान इस मुद्दे पर जरूर आकृष्ट करेंगे।
नीचे बैठे तो चिंता की लकीरे खींची
कमलनाथ का स्वागत करने और किसानों की बात पहुंचाने के बाद डीपी धाकड़ किसानों के साथ मंच के आगे नीचे बैठ गए। ताकि व्यवस्था बनी रहे। ये देख प्रशासनिक अमले और कुछ कांग्रेस नेताओं के चेहरे पर चिंता की लकीरें उभर आईं। उन्हें लगा कि किसानों के साथ धाकड़ धरने पर बैठ गए हैं। बाद में अधिकारियों द्वारा नीचे बैठने का कारण पूछने पर धाकड़ ने बताया कि वे लंबी पदयात्रा पर चल रहे हैं। इस कारण थकान अधिक होने के कारण किसानों के साथ नीचे ही बैठ गए। इससे कार्यक्रम की व्यवस्था भी बनी रहेगी। यह सुनकर सभी ने राहत की सांस ली।
चुनावी तैयारियों का आगाज
महंगाई के मुद्दे पर जन आक्रोश रैली और आम सभा को संबोधित करने आए कमलनाथ ने 2023 की चुनावी तैयारियों का आगाज भी कर दिया। उन्होंने आमसभा में शिवराज सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान की सरकार पुलिस प्रशासन और पैसे के दम पर चल रही है। 17 महीने बचे हैं। जिसके बाद जनता इन्हें सबक सिखाएगी। कमलनाथ ने कहा कि मोदी जी और शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 सालों में देश के लिए कुछ नहीं किया। लेकिन जिन स्कूलों में शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र मोदी पढ़ें है, उन्हें कांग्रेस ने ही बनवाया था। वहीं मीडिया से चर्चा में उन्होंने प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने के सवाल पर कहाकि उनका बहुत अनुभव है जिसका लाभ मिलेगा पर हम प्रशांत किशोर के भरोसे नहीं है। अब राजनीति स्थानीय हो गई है। हम गांव गांव और बूथ तक अपने संगठन को मजबूत कर चुनाव लड़ेंगे।