अध्यात्ममध्यप्रदेश

Crowd in Mahakal : दीपावली निपटते ही महाकाल मंदिर में बढ़ी त्यौहारी भीड़

Crowd in Mahakal : बाहरी दर्शनार्थियों के होटल में रुकने से पाबंदी पर अन्य प्रदेश जा रहे पर्यटक

Crowd in Mahakal : दीपावली का त्‍यौहार निपटते ही उज्‍जैन में श्री महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ गई है। दीपावली के बाद 14 नवंबर मंगलवार से दर्शनार्थियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मंगलवार को सुहाग पड़वा से यात्रियों की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है। मंदिर में यात्रियों की संख्या में अचानक बढ़ौत्तरी होने से मंदिर प्रशासन ने भी दर्शन व्यवस्था में तब्दीली कर दी। बड़े गणेश मंदिर की ओर शीघ्र दर्शन की टिकट विंडो बढ़ाई गई हैं। हालांकि यहां पहले से दर्शन विंडो थी, लेकिन अन्नक्षेत्र भवन टूटने के कारण यह विंडो यहां से हटा दी गई थी। जिसे मंगलवार शाम से पुन: प्रारंभ कर दी गई। बुधवार को भी काफी संख्या में बाहरी दर्शनार्थी मंदिर पहुंचे।

हरिहर मिलन देखने गुजरात के दर्शनार्थी ज्यादा

सूत्रों के मुताबिक इन दिनों मंदिर में गुजरात क्षेत्र के दर्शनार्थी अधिक संख्या मेें आ रहे हैं। मान्यता है कि गुजरात के दर्शनार्थी दीपावली पूजन के बाद बाहर घूमने निकल जाते हैं और पांच-छह दिन बाद घर लौटते हैं। इनमें से काफी लोग उज्जैन आते हैं और यहां कार्तिक पूर्णिमा तक ठहरते हैं और हरि-हर मिलन के दर्शन भी करते हैं।

होटल में नहीं रूकने के आदेश ने मुसीबत बढ़ाई

मंगलवार रात पुलिस-प्रशासन ने आचार संहिता का हवाला देते हुए सभी होटल व्यवसायियों को हिदायत दे दी कि बाहरी लोगों को होटल में न रोका जाये। ऐसे में चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाये रखने में परेशानी आ सकती है। इस आदेश के कारण जो लोग होटलों में ठहरे थे उन्हें भी जाने का कहा गया। इस कारण बुधवार को अधिकतर लोग अन्य प्रदेशों के लिए रवाना हो गये। हालांकि होटल व्यवसायियों ने इस मुद्दे पर प्रशासन से चर्चा भी की है लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है। चुनाव तक प्रशासन ने बाहरी लोगों को होटलों में पुलिस की अनुमति के बिना ठहरने पर पाबंदी लगा दी है।

तिलक- कलावा के लिए मारपीट

श्री महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार दोपहर को कलावा बंधवाने के लिए दर्शनार्थियों में मारपीट हो गई। ओंकारेश्वर मंदिर के बाहर पेड़ के नीचे मंदिर समिति ने दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए तिलक लगाने और कलावा बंधवाने की व्यवस्था की है, लेकिन यहां पर कतार बनाने की कोई व्यवस्था नहीं की। बुधवार दोपहर भीड़ होने के कारण तिलक और कलावा बंधवाने के लिए दर्शनार्थियों में मारपीट की स्थिति बन गई।

हरिहर मिलन सहित कुल 5 सवारी निकलेगी कार्तिक-अगहन माह में

भगवान महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस बार कार्तिक मास में दो सवारी होगी। पहली 20 नवंबर को आएगी। दूसरी 27 नवंबर को निकलेगी। इसके बाद दो सवारी अगहन मास की निकलेगी। इन चार सवारी के बीच एक सवारी आधी रात को हरिहर मिलन की भी आएगी। इस तरह कार्तिक-अगहन मास में कुल 5 सवारियां निकलेगी।
महाकाल मंदिर की परंपरा के अनुसार कार्तिक मास में सवारी शुक्ल पक्ष से शुरू होती है। इस बार कार्तिक शुक्ल का पहला सोमवार 20 तारीख को आ रहा है। इस दिन पहली सवारी निकलेगी। सवारी का समय पूर्व की तरह शाम 4 बजे का ही रहेगा। वहीं बीच में आने वाली एक हरि हर मिलन की सवारी रात 11 बजे से निकलेगी। कार्तिक अगहन मास की सवारी महाकाल मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होकर शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां पूजन पश्चात छोटी रपट के पास से होते हुए गणगौर दरवाजा से निकलकर कार्तिक चौक से नगर प्रवेश करेगी। इस मार्ग पर प्रशासनिक तैयारियां की जा रही है। मार्ग में विशेष साफ-सफाई होगी। वहीं बिजली की व्यवस्था एवं सडक़ पर सुधार आदि किया जा रहा है।

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