नए-नए फ्रॉड से ऑडिट अब चुनौतीपूर्ण, सीए जिम्मेदारी से काम करें

उज्जैन सीए ब्रांच द्वारा सेमिनार का आयोजन
समाचार आज
ऑडिट में सीए अपनी जिम्मेदारी को समझे एवं पूर्ण रूप से संतुष्ट होने पर ही ऑडिट रिपोर्ट को अंतिम रूप दें।
दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की उज्जैन शाखा द्वारा रविवार को आयोजित बैंक ऑडिट पर सेमिनार में यह बात वक्ता इंदौर के सीए मनोज पी. गुप्ता ने कही। गौरतलब है हर वर्ष 1 अप्रैल को बैंकों का वार्षिक ऑडिट चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा किया जाता है। ऑडिट प्रक्रिया में हर वर्ष आर.बी.आई. द्वारा नए संशोधन एवं सर्कुलर्स निकाले जाते हैं। उनके आधार पर ही बैंकों का ऑडिट किया जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, उज्जैन शाखा में सीए सदस्यों का बैंक ऑडिट पर सेमिनार का आयोजन उज्जैन ब्रांच की चेयरपर्सन सीए राशी जैन की अध्यक्षता मे हुआ।

कार्यक्रम में इंदौर के सीए समकित भंडारी ने भी वक्ता के रूप में संबोधित किया। उन्होंने सीबीएस, एनपीए नाम्र्स एवं लॉन्ग फॉर्म ऑडिट रिपोर्ट (एल.एफ.ए.आर) आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बैंक ऑडिट करने हेतु कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया बैंक में आए दिन नए फ्रॉड सामने आ रहे है जिससे ऑडिट चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए एक बहुत ही जिम्मेदारी भरा एवं चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है। उन्होंने यह भी बताया ऑडिट में बैंक द्वारा की गई गलतियों को कैसे पकड़ा जाये। अतिथियों का स्वागत सीए विक्रांत गिरी, सीए अकृत जैन एवं सीए भावेश नेरकर ने किया। आभार सीए संजय अग्रवाल ने माना। संचालन सीए वैभव गहलोत ने किया। सेमिनार मे मुख्य अतिथि के रुप में सीए ओपी तोतला एवं सीए अशोक कुमार महाजन उपस्थित थे। सेमिनार में सीए संजीव गोयल, सीए चंद्रेश जैन, सीए सुभाष नेरकर, सीए वीरेंद्र लड्ढा, सीए यश श्रीमाल, सीए अवनीश गुप्ता, सीए अनीस चौधरी, सीए प्रतीक बागोडिय़ा आदि उपस्थित थे। यह जानकारी ब्रांच इंचार्ज हसन चौबारा वाला ने दी।