चायना डोर ने काट दी जीवन की डोर

चाकू की धार की तरह गले पर चली और चंद मिनटों में ही चली गई जान
समाचार आज । उज्जैन
लंबे समय से जिस गंभीर हादसे की आशंका जताई जा रही थी, 15 जनवरी को ऐसा ही हुआ और चाइना से आई खतरनाक डोर ने एक छात्रा की जान ले ली। मौत भी इतनी दर्दनाक की बेटी को बीच सडक़ पर तड़प-तड़प कर जान देना पड़ी। परिस्थितियां ऐसी थी कि मानो किसी ने बेरहमी से बच्ची का गला रेत दिया है।
यह दिल दहलाने वाला हादसा फ्रीगंज की ओर जाने वाले जीरो पाईंट ब्रिज पर शनिवार दोपहर देखने को मिला। महिदपुर के ग्राम जगोटी निवासी नेहा आंजना (1८) ज्ञान सागर एकेडमी में 11 वीं की छात्रा थी और इंदिरानगर में मामा के साथ रहती थी। शनिवार दोपहर वह ममेरी बहन निकिता को लेकर एक्टिवा एमपी 13 डीआर 3685 से फ्रीगंज में डेंटिस्ट के यहां जा रही थी। घासमंडी ब्रिज से गुजरते वक्त उड़ती हुई पतंग की चायना डोर उसके गले में उलझ गई। वह डोर निकाल पाती इससे पहले ही पतंगबाज ने डोर खींच ली जिससे उसका गला कट गया और गले से खून के फव्वारा निकलना शुरू हो गया। नेहा सडक़ पर गिरकर छपटपटाने लगी। नेहा की हालत और चारों ओर खून देख निकिता सकते में आ गई। घटना देख एडवोकेट देवेंद्रसिंह सेंगर रुके और कुरियर सर्विस के यशवंत दुबे की मदद से नेहा को अपनी कार से समीप ही पाटीदार हॉस्पिटल ले गए, लेकिन इलाज के पहले ही नेहा की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी हॉस्पिटल पहुंचे। देवासगेट पुलिस ने अज्ञात पर धारा 304 में कायमी कर जांच शुरू की है।