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बहुमंजिला कब्रिस्‍तान – शवों को रखा जायेगा 5 लेयर में

जमीन की कमी के कारण कैथोलिक ईसाई समाज की शव दफनाने की नई व्‍यवस्‍था

समाचार आज @ इंदौर

बहुमंजिला कब्रिस्‍तान, आप पढ़कर आश्‍चर्य में होंगे। यह इंदौर में बन रहा है और देश का यह पहला बहुमंजिला कब्रस्तिान है जिसमें पांच मंजिल में शवों को रखा जायेगा। बताया जा रहा है कि कब्रिस्‍तान में शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ने के कारण यह कदम कैथोलिक ईसाई समुदाय ने उठाया है। जानिए यहां पर शवों को कैसे दफनाया जायेगा।

देश के सर्वाधिक स्‍वच्‍छ मध्यप्रदेश के व्‍यावसायिक शहर इंदौर में कैथोलिक ईसाई समुदाय द्वारा शवों को दफन करने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। ये फैसला कब्रिस्तान में शवों को दफन करने के लिए कम जगह बचने की वजह से लिया गया है. इंदौर में एक बहुमंजिला कब्रिस्तान बनाया जा रहा है. ये देश में पहली बार हो रहा है, जब इस तरह का कब्रिस्तान बनाया जा रहा हो।

कंचन बाग में कर रहे हैं तैयार

इंदौर के कंचन बाग में इस कब्रिस्तान को तैयार किया गया है. इसमें 15 फीट गहरी ,साढ़े 4 फीट चौड़ी और साढ़े 6 फीट लंबी 64 कब्रें प्रारंभिक तौर पर तैयार की गई है जिन्‍हें पांच मंजिला स्‍वरूप देकर कुल 5 लेयर बनाई गई हैं। जिसनें सबसे नीचे वाली जगह खाली छोड़ी गई है और उसके बाद चार शवों को एक साथ दफनाने की व्यवस्था की गई है।

जमीन की कमी के कारण उठाना पड़ा यह कदम

दरअसल कैथोलिक कब्रिस्तान समाज के पदाधिकारियों ने देखा कि इंदौर में कई स्थानों में शव को दफनाने के लिए जगह की कमी पड़ रही. ऐसे में किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो उसे शहर के कब्रिस्तान समाज के कब्रिस्तान में दफनाने के लिए जाना पड़ता है. इसमें आने जाने में 2 से तीन घंटे लग जाते हैं। इस कारण मृतक के घर वालों को शव को दफनाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आने वाली पीढ़ी को शव को दफनाने के लिए शहर से 30 से 40 किलोमीटर दूर ना जाने पड़े. ये सोचकर ही इस बहुमंजिला कब्रिस्तान को बनाया जा रहा है। इंदौर शहर में करीब 10000 की ईसाई आबादी निवास करती है और इंदौर में उनके केवल दो ही कब्रिस्तान है. पहला कब्रिस्तान इंदौर के जूनी इंदौर क्षेत्र में और दूसरा कब्रिस्तान कंचन बाग में है।

इस तरह करेगा काम

अब आपको बताते हैं कि यह बहुमंजिला कब्रस्तिान काम कैसे करेगा। बहुमंजिला कब्रिस्तान के बारे में कहा जा रहा है यहां शव को दफनाने के बाद एयरटाइट सील किया गया है। उसमें से किसी भी तरह की गैस के बाहर आने की संभावना नहीं के बराबर है. यदि फिर भी ऐसी स्थिति बनती है तो उसको आगे ठीक किया जाएगा। इस मल्टी लेवल कब्रिस्तान में 10 सालों के बाद शव के अवशेष को बाहर निकालकर गड्ढे में दफना दिया जाएगा और मल्टी कब्रिस्तान में से शव खाली हो जाएंगे जिसके स्थान पर अन्य शवों को दफनाया जाएगा। रेड चर्च फादर बिशप चाको,ने बताया कि इसके निर्माण के लिए पहले इंजीनियर से सलाह मशवि‍रा कर उसका निर्माण किया गया है।

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